कर्तव्य पथी देशभक्त

न रहे गाँधी ,न रहे कलाम ,फिर ही जीवित है उनका नाम,
कर्त्तव्य पथ पर जो डटे रहे, हर बाधा को पर करते रहे |
विषम परिस्थिति होने पर भी हर कार्य को दिया पूर्ण अंजाम,
न रहे गाँधी ............................
रणबाँकुरे वीरो से अंग्रेजो का गढ़ घबराया था,
देशभक्त वीरो ने भारत का परचम लहराया था |
भगत सिंह हो या सुखदेव राजगुरु हो या आजाद,
सभी बलिदानी वीरो को भारत का शत शत प्रणाम |
न रहे गाँधी ............................
देश सेवा का हो प्रण या विदेश में प्रतिष्ठा का हो प्रश्न,
सुभाष चन्द्र हो या विवेका नन्द देश को जीना सिखलाया था |
हर परिस्थिति में ये सेवक ,रहे देश की शान,
न रहे गाँधी ............................
क्रमशः ....................
प्रेषक : राजीव गिरि
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