बेटी बचाओ,बेटी पढाओ
जब दुनिया में आती,
भाग्य साथ में लाती हैं।
99 भाग्य से बेटा होता,
ये तो सौभाग्यवती कहलाती हैं।
दुनिया में आने से पहले, दुनिया में आने के वाद
क्रूरता और कोप का भाजन,
क्यो बनाते हो बेटी को।
बेटे चाहे परवाह न करे,
फिक्र रहती है बेटी को।
क्यो करते हो भेदभाव तुम,
बेटा हो या बेटी हो।
बेटी बचाओ बेटी पढाओ,
कम मत समझो बेटी को।
दुनिया के हर क्षेत्र में आगे,
बस मौका तो दो बेटी को।
राजीव गिरि
भाग्य साथ में लाती हैं।
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ये तो सौभाग्यवती कहलाती हैं।
दुनिया में आने से पहले, दुनिया में आने के वाद
क्रूरता और कोप का भाजन,
क्यो बनाते हो बेटी को।
बेटे चाहे परवाह न करे,
फिक्र रहती है बेटी को।
क्यो करते हो भेदभाव तुम,
बेटा हो या बेटी हो।
बेटी बचाओ बेटी पढाओ,
कम मत समझो बेटी को।
दुनिया के हर क्षेत्र में आगे,
बस मौका तो दो बेटी को।
राजीव गिरि
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