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मातृ भाषा हिन्दी

क्षण मात्र न बनाओ,है मातृ भाषा हिन्दी । व्यवहार में तो लाओ,है मातृ भाषा हिन्दी। हिंदी भाषा पर यह जो प्रहार हो रहा है,  विदेशी भाषाओं से जो प्यार हो रहा है।  ये सोचना पड़ेगा क्यों है एक दिन मुकर्रर। जो जवान की थी भाषा वो भटक रही है दर - दर। जिसे जीना है सिखाया वो है मातृभाषा हिंदी। व्यवहार में तो लाओ........... मेरे देश के यह नेता जाने हैं क्या चाहते ,  उच्च संस्थानों में ही रोक है लगाते । यस ,नो, सॉरी ,थैंक यू में शान है समझते,  फिर झूठी सहानुभूति से हिंदी को बचाते । क्यों पखवाड़े हो चलाते,  हैं मातृभाषा हिंदी।  व्यवहार में तो लाओ........... विलुप्त हो रही है मां भारती की वाणी,  सदियों से मिलती जिसमें, है परियों की कहानी । आज प्रण ये लेना होगा,  ना उपहास होने देंगे  जगत जननी भाषा,  का प्रयोग हम करेंगे। सोते में हिंदी सोचो, जागते में हिंदी बोलो  है मातृ भाषा हिंदी, है मातृ भाषा हिंदी  व्यवहार में तो लाओ...........